शास्त्री जी, डॉ भाभा (परमाणु प्रोग्राम के जनक) , डॉ विक्रम साराभाई (हमारे स्पेस प्रोग्राम के जनक) की हत्याओं में CIA और डीप स्टेट की प्रमुख भूमिका रही है, डॉ नबी नारायण को फ़साने वाले दो DGP सीबी, श्रीकुमार और अन्य पुलिसवालो के खिलाफ सीबीआई ने हाल में ही चार्ज शीट दाखिल की है , इन्होने नबी नारायण को जेल में टॉर्चर करके उनसे झूठे स्टेटमेंट रिकॉर्ड कराने की कोशिशे की थी। डीप स्टेट और ISI का साथ देने वाले गद्दारो का कोई धर्म और जात नहीं है, डॉ डॉ नबी को फंसाने वाले भी भारतीय ही थे और उच्च पदों पर काबिज थे। अभी हाल में हमारे वरिष्ठ इसरो के वैज्ञानिक और सिसिर राडार के फाउंडर डॉ तपन मिश्रा सर को सायनाइड जहर देकर मरने की कोशिश हुई और असफल होने पर उनके बेडरूम में जहरीले सांप छोड़ कर उन्हें मारने की कोशिश की गयी, ISI और CIA का पूरा इकोसिस्टम है जो किसी भी तरह से भारत को बर्बाद करने में लगा है और इनका साथ देने वाले वो लोग है जिनका व्यक्तिगत स्वार्थ को समाजहित और देशहित से ऊपर मानते है, जब तक जनता ऐसे लोगो को पहचान करके इन्हे सिस्टम से दूर नहीं करेगी बाहरी लोग फायदा उठाते रहेंगे।
सोचना चाहिए कि कैसे भ्र्ष्टाचारी पांच पांच सौ रुपये लेकर पासपोर्ट, आधार, लाइसेंस जैसे, महत्वपूर्ण कागजात बनाने मे कोई संकोच नहीं करते, ऊपर के पैसो को अपना हक समझते है और फिर जब इन्ही कागजो का गलत इस्तेमाल करके आतंकवादी और गद्दार देश और नागरिको को नुक्सान पहुँचाते है, क्या यह देशद्रोह नहीं ? क्यों सरकार देश कि अस्मिता और सुरक्षा से समझौता करने वाले इन भ्रष्ट अधिकारीयों पर NSA के तहत कार्यवाही नहीं करती है ? इनको बचाना ही इन्हे भ्रष्ट कार्यो के लिये उत्साहित करना है और इनके कुकर्मो की कीमत एक दिन हमारे वैज्ञानिको और नागरिको को चुकानी पड़ती है |